बहुत सारे व्यक्ति ऐसे है जिन्हें कॉर्नफ्लोर के बारे में अधिक जानकारी नहीं है और वो लोग हर सफेद पाउडर को कॉर्नफ्लोर मान लेते है परन्तु असल में ऐसा नहीं होता है। इसलिए आज की इस पोस्ट में हम आपके साथ कॉर्नफ्लॉर (Corn Flour In Hindi) की जानकारी शेयर कर रहें है। इससे आप कॉर्नफ्लॉर को पहचानने में बिल्कुल भी गलती नहीं करोगे और कॉर्नफ्लॉर से मिलते दो पाउडर— मक्की का आटा और आरारोट में भी अंतर समझ आ जाएगा। इस पोस्ट में हम कॉर्नफ्लॉर के उपयोग, फायदे, पौषक तत्व, नुकसान और स्टोर करने की विधियाँ भी साझा कर रहें है ताकि आप इसका सही उपयोग कर सकें। तो चलिए जानते है कॉर्नफ्लोर के बारे में-
काॅर्नफ्लोर क्या होता है – Corn Flour Kya Hota Hai
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नमकीन हो या स्वीट उन्हें स्वाद देने के लिए बहुत से पाउडर का इस्तेमाल किया जाता है जैसे साॅफ्ट बनाने के लिए बेकिंग पाउडर और बेकिंग सोडा का। ऐसे ही बहुत सी रेसिपी बनाने के लिए काॅनफ्लोर का इस्तेमाल किया जाता है। जैसे मंचूरियन, चिली पौटेटो या फिर किसी भी चीज को क्रिस्पी करने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। रेस्ट्रोरेन्ट में काॅर्नफ्लोर का इस्तेमाल सब्जी की ग्रेवी को गाढ़ा करने में किया जाता है। इसका ज्यादा उपयोग चाईनीज व्यंजन बनाने में किया जाता है। बहुत-से लोग सोचते है कि मक्की का आटा और काॅनफ्लोर दोनों एक ही होते है परन्तु ऐसा नहीं है। तो चलिए जानते है कि काॅनफ्लोर और मक्की के आटे में क्या अंतर है।
काॅर्नफ्लोर और मक्की के आटे में अंतर – Difference of Between Corn Flour or Cornmeal Flour
⇒ काॅर्नफ्लोर मक्की से बनाया जाता है, परन्तु यह मक्की का आटा नहीं होता है। काॅनफ्लोर को मक्की के स्टार्च से बनाया जाता है। मक्की के आटे को काॅर्नमील फ्लोर कहते है और काॅन फ्लोर को काॅर्न स्टार्च। काॅर्नफ्लोर बनाने के लिए मक्के के दाने से छिलका हटाया जाता है और फिर उसके अंदर के सफेद भाग को पीसकर पाउडर तैयार किया जाता है। इसी पाउडर को काॅर्नफ्लोर कहते है जबकि मक्की का आटा बनाने के लिए मक्की के दानों को बिना छिलके उतारे ही पीस लिया जाता है और पाउडर बना लिया जाता है। काॅर्नफ्लोर को पहचाने के लिए आप इन बातों का ध्यान रखें-
- काॅर्नफ्लोर का रंग सफेद होता है जबकि मक्के के आटे का रंग पीला होता है।
- मक्की का आटा दरदरा होता है और काॅर्नफ्लोर महीन होता है।
- काॅनफ्लोर पाउडर फार्म में मिलता है जबकि मक्की का आटा हर किरयाना स्टोर पर उपलब्ध होता है।
काॅर्नफ्लोर और आरारोट में अंतर – Difference of Between Corn Flour or Arrowroot
बहुत से लोग काॅर्नफ्लोर का रंग देखकर उसे आरारोट मान लेते है परन्तु ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। काॅनफ्लोर और आरारोट में बहुत फर्क हैं। आरारोट एक पौधे की जड़ से बनाया जाता है जिसे ऐरोरूट कहते है। आयुर्वेद में इस पौधे को शिशुमूल कहते है। आरारोट एक हर्बल पाउडर है जिसमें बहुत सारे विटामिन पाए जाते है इसलिए आरारोट का ज्यादातर उपयोग बच्चों का खाना बनाने में किया जाता है। आरारोट का उपयोग भी कभी-कभी ग्रेवी को गाढ़ा करने के लिए किया जाता है। काॅर्नफ्लोर में कभी-कभी मिलावट भी की जाती है परन्तु आरारोट में मिलावट नहीं की जाती है क्योंकि ये जड़ों से बनता है। अगर आप काॅर्नफ्लोर की जगह आरारोट का इस्तेमाल करना चाहते है तो आप इसका इस्तेमाल कर सकते है।
काॅर्नफ्लोर के उपयोग – Uses of Cornflour
- इस पाउडर का इस्तेमाल ज्यादातर रसोई में ही किया जाता है। अब हम पढ़ेंगे कि रसोई में काॅर्नफ्लोर का उपयोग किसी प्रकार किया जा सकता है-
- काॅर्नफ्लोर से रोटी और परांठे तो नहीं बनाए जाते है परन्तु इससे स्नैक्स जैसी चीजें बनाई जा सकती है।
- इसका उपयोग कटलेट बनाते समय कोटिंग में किया जाता है ताकि कटलेट क्रिस्पी बने। साथ ही काॅर्नफ्लोर का इस्तेमाल पकोड़े, मंचूरियन, कोफ्ता बनाने के लिए भी किया जाता है।
- फालूदा के अंदर काॅर्नफ्लोर का इस्तेमाल खास तरीके से किया जाता है। फालूदा के अंदर डलने वाली सेवेइयों को बनाने में काॅर्नफ्लोर का इस्तेमाल किया जाता है।,
- काॅनफ्लोर से एक स्पेशल हलवा बनाया जाता है जिसे करांची का हलवा कहते है। यह हलवा बहुत ही कम दाम और कम काम में बना लिया जाता है।
- इससे बहुत प्रकार की मिठाईयाँ भी बनती है। आलू टिक्की के अंदर भी काॅर्नफ्लोर का ही इस्तेमाल किया जाता है जिससे टिक्की की बाहर की परत क्रिस्पी रहे।
- कोटिंग वाली हर रेसिपी के अंदर ज्यादातर काॅर्नफ्लोर का ही इस्तेमाल किया जाता है ताकि कोटिंग करना आसान हो।
Corn Flour In Hindi
- आइसक्रीम और कुल्फी को ज्यादा स्मूथी और गाढ़ी बनाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है और इससे आइसक्रीम का टेस्ट और भी बढ़िया हो जाता है। मार्केट में मिलने वाली आइसक्रीम में इसका इस्तेमाल आमतौर पर किया जाता है।
- काॅर्नफ्लोर की मदद से एक कप दूध में 1 किलो आइसक्रीम आसानी से बनाई जा सकती है क्योंकि जब काॅर्नफ्लोर डालने के बाद दूध को वीप करते है तो वह चार गुना बढ़ जाता है।
- कई बार सब्जी में पानी ज्यादा डल जाता है या फिर मलाई पनीर की गाढ़ा करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है।
- पनीर से बनने वाली तरह मठाई में काॅर्नफ्लोर का इस्तेमाल किया जाता है जिससे मिठाई के अंदर पनीर का टेस्ट नहीं आता है और पनीर के दाने भी दिखाई नहीं देते है। आजकल रसगुल्लों में इसका उपयोग विशेष रूप से किया जाता है।
- बिस्कुट बनाने में भी काॅर्नफ्लोर का इस्तेमाल किया जाता है। बेकिंग की हर डिश में इसका इस्तेमाल किया जाता है चाहे वह केक हो या फिर ब्राउनी।
- काॅर्नफ्लोर का इस्तेमाल विशेष रूप से सूप और साॅस बनाने में किया जाता है क्योंकि सूप और साॅस दोनों ही गाढ़े होते है और इसका राज काॅर्नफ्लोर ही होता है।
- अगर आप कोई रेसिपी बना रहें है और दूध काफी पतला है तो आप उबलते हुए दूध में थोड़ा-सा काॅनफ्लोर एक कटोरी में घोल कर उसे दूध में डाल दें इससे दूध जल्दी गाढ़ा हो जाएगा।
- मच्छर कटाने पर काॅर्नफ्लोर लगाने पर खुजली से राहत मिलती है।
काॅर्नफ्लोर को स्टोर कैसे करें-
इस सालों तक स्टोर रखने के लिए आप कंटेनर का इस्तेमाल करें। इसे नमी वाले स्थानों से दूर रखें। काॅर्नफ्लोर को गर्म जगह पर रखने से बचे। अगर आप इसे कुछ दिनों बाद या फिर बनाते ही इस्तेमाल करना चाहते है तो ध्यान रखें पाउडर के गीले हाथ बिल्कुल न लगाएं और इसे चम्मच या कड़छी से निकाल समय यह ध्यान रखें कि चम्मच गीला न हो। आप इसे डिब्बे में भरकर टाइट बंद कर दें और फिर कंटेनर में रखें। इस तरह आप इसे बहुत दिनों तक इस्तेमाल कर सकेंगे।
काॅर्नफ्लोर में पाए जाने वाले पोषक तत्व- Corn Flour Nutrition in Hindi
इस पाउडर के दो बड़े चम्मच में कितने पोषक तत्व पाए जाते है, अब हम उन पर चर्चा करेंगे-
एनर्जी | 88 कैलोरीज |
कार्बोहाइड्रेट | 18.2 ग्राम |
फाइबर | 2.4 ग्राम |
प्रोटीन | 2.2 ग्राम |
विटामिन बी 9 | 58.8 Mg |
फाॅस्फोरस | 58.4 Mg |
जिंक | 0.44 Mg |
विटामिन बी 3 | 2.34 Mg |
फैट | 0.10 ग्राम |
कैल्शियम | 33.8 Mg |
आयरन | 1.72 Mg |
मैग्नीशियम | 27.4 Mg |
पोटैशियम | 71.4 Mg |
काॅर्नफ्लोर के फायदे – Corn Flour Benefits In Hindi
- यह पाउडर फाइबर से भरपूर है इसलिए इसे खाने के बाद हमारा पेट लम्बे समय तक भरा रहता है जिससे खाना खाने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
- अगर काॅर्नफ्लोर का इस्तेमाल सही तरीके से किया जाए तो ये त्वचा के लिए भी मददगार हो सकती है। इसमें पाए जाने वाले विटामिन त्वचा को साफ रखने में मदद करता है।
- इसका सेवन करने से पेट से जुड़ी परेशानियाँ कम हो जाती है।
- काॅर्नफ्लोर के अंदर एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है इसलिए आप डाइट में इसका सेवन जरूर करें।
- शरीर के अंदर बहुत सी बीमारियाँ होती है जो पेट से ही शुरू होती है ऐसे में आंतों की लिए काॅर्नफ्लोर को सही माना जाता है। यह आंतों की स्वस्थ रखता है जिससे खाना जल्दी पच जाता है और डाइजेशन प्रोसेस अच्छे से होता है।
Corn Flour In Hindi
- अगर शरीर में सूजन की समस्या है तो भी काॅर्नफ्लोर काफी मददगार हो सकता है। काॅर्नफ्लोर के एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर से सूजन को घटाते है।
- ब्लड प्रेशर को सामान्य रखने के लिए भी काॅर्नफ्लोर का सेवन किया जाता है। काॅर्नफ्लोर में ऐसे पोष्टिक तत्व पाए जाते है जो बी. पी को को सामान्य रखने में मदद करते है। परन्तु इसका सेवन आप चिकित्सक की परामर्श पर ही करें।
- कोलेस्ट्राॅल को सामान्य रखने के लिए काॅर्नफ्लोर को रामबाण माना जाता है क्योंकि इसमें फाइबर पाया जाता है जिससे फैट जमा नहीं होता है और कोलेस्ट्राॅल सामान्य रहता है।
- आंखों की रोशनी स्वस्थ बनाए रखने के लिए भी काॅर्नफ्लोर का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें कैरोटीनाॅयड की मात्रा पाई जाती है जो जिससे आंखों की रोशनी तेज बनी रहती है और इसमें पाया जाने वाला विटामिन ए भी इसके लिए सहायक सिद्ध होता है।
- कभी-कभी हमें खाने में कई ऐसे पोषक तत्व नहीं मिल पाते है जिनकी जरूर हमारे शरीर को स्वस्थ के लिए पड़ती है। ऐसे में काॅर्नफ्लोर का इस्तेमाल करने से शरीर मेें कमजोरी और थकान से निजात मिलती है।
काॅर्नफ्लोर के नुकसान – Corn Flour Side Effects in Hindi
इस पाउडर के फायदे होने के साथ बहुत से नुकसान भी है जो आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकते है। इसलिए हमारा यह जानना बहुत जरूरी है कि हमें इसका सेवन करते समय किन बातों की सावधानी रखनी चाहिए-
- अगर आप मोटापे परेशान है तो काॅर्न फ्लोर का सेवन करना बिल्कुल बंद कर दें क्योंकि काॅर्नफ्लोर वजन को तेजी से बढ़ाता है और शरीर में चर्बी का मात्रा में वृद्धि करता है।
- डायबिटीज से ग्रसित मरीज भी काॅर्न फ्लोर से परहेज रखें क्योंकि इसमें अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है जिसकी वजह से यह नुकसानदायक हो सकता है।
- ब्रेकफास्ट में काॅर्नफ्लोर का इस्तेमाल जितना हो सके, कम करें क्योंकि बहुत से चिकित्सों का मानना है कि नाश्ते में काॅर्नफ्लोर का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- काॅर्नफ्लोर का ज्यादा सेवन करने से कालेस्ट्रोल बढ़ भी सकता है। इसलिए इसका जितना हो सके कम सेवन करना चाहिए।
घर में काॅर्नफ्लोर कैसे बनाते है – Corn Flour Kaise Banate Hain
- काॅर्न फ्लोर बनाने के लिए हम 2 मक्की लेंगे और उसके दाने निकाल लेंगे। दाने निकालने के बाद हम इसे एक बर्तन में डालकर इसमें एक लीटर पानी डाल देंगे।
- दानों को हमें 4 घंटे तक भिगोना है। अगर आपके पास टाइम नहीं है तो आप इसे गर्म पानी में भिगोकर 1 घंटे के लिए रख दीजिए, दाने अच्छी तरह फूल जाएंगे।
- परन्तु कोशिश करिएगा कि आप इसे नाॅर्मल तापमान के पानी में ही भिगाएं। 4 घंटे बाद दाने पहले से बड़े हो जाएंगे। अब हम इसका पानी निकाल देंगे और साफ पानी से 2-3 बार धो लेंगे।
- फिर हम मिक्सी का जार लेंगे और उसमें मक्की को डालकर उसे पीस लेंगे। पीसने के बाद हम एक बर्तन लेंगे और उसके ऊपर छलनी रख देंगे। छलनी के अंदर हम मक्की का बेटर डाल देंगे और उसे छान लेंगे। इससे मक्की का बड़ा दाना या फिर छिलका छलनी में रह जाएगा और महीन पेस्ट नीचे बर्तन में चला जाएगा।
Corn Flour In Hindi
- अगर आपके पास छानने के लिए छाननी नहीं है तो आप मिक्सी को 4-5 बार चलाकर इसे महीन पीस लें।
- अब हम बर्तन वाले बेटर को 4 घंटे के लिए ढ़ककर छोड़ देंगे। हमें 4 घंटे तक बेटर को बिल्कुल भी नहीं हिलाना है। 4 घंटे बाद बेटर के ऊपर पीला पानी आ जाएगा।
- इस पानी को हम दूसरे किसी बर्तन में निकाल लेंगे। बर्तन को बिल्कुल हल्के हाथों से उठाए ताकि बर्तन ज्यादा हिले ना। पानी निकालने के बाद नीचे आधा पानी रह जाएगा जो बिल्कुल सफेद होगा। अगर पानी निकालने के बाद भी नीचे पीली परत रह जाए तो आप उसे चम्मच से निकाल लेकर अलग कर दें।
- इस बेटर को हम एक प्लेट में निकाल लेंगे अैर एक दिन धूप में सुखाने के लिए रख देंगे। अगर आप इसे सर्दियों में बना रहें है तो आप 2-3 दिन तक सुखा ले।
- एक दिन धूप में सुखाने के बाद इसे फिर से मिक्सी में डालकर पीस लेंगे। काॅर्न फ्लोर बिल्कुल तैयार है। आप इसे आसानी से घर पर बना सकते है वो भी बिना किसी मिलावट के बाद।
- अगर आपको काॅर्न फ्लोर की कोई रेसिपी बनानी है तो आप घर पर काॅर्नफ्लोर बनाएं और रेसिपी में इस्तेमाल करें। इससे रेसिपी स्वाद भी बनेगी और हेल्थी भी।